इंटरनेट बैंकिंग क्या है? इसके 5 फायदे और नुक्सान

इस पोस्ट में, हम इंटरनेट बैंकिंग के आवश्यक बिंदुओं पर चर्चा करेंगे, ऑनलाइन नेट बैंकिंग की विशेषताएं, ऑनलाइन बैंकिंग के फायदे और नुकसान के बारे में। वैसे देखा जाये तो इंटरनेट बैंकिंग use करने के फायदों के मुक़ाबले नुक्सान कुछ खास नहीं है, हम दोनों ही बिन्दुओ पर बात करेंगे और जानेंगे इंटरनेट बैंकिंग क्या है।


क्या है इंटरनेट बैंकिंग?

इंटरनेट बैंकिंग जिसे Online Banking, E-Banking, Mobile Banking या Net Banking के रूप में भी जाना जाता है, बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा दी जाने वाली एक सुविधा है जो ग्राहकों को इंटरनेट पर बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करने की अनुमति देती है। ग्राहकों को बैंक द्वारा दी जानेवाली प्रत्येक सेवा का लाभ उठाने के लिए अपने बैंक के Branch/शाखा कार्यालय में जाने की जरुरत नहीं है। आप उन में से ज्यादातर सेवाओं का लाभ इंटरनेट बैंकिंग के द्वारा उठा सकते है, पर यहां सभी खाताधारकों को इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा by default नहीं मिलती है।

यदि आप इंटरनेट बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करना चाहते हैं, तो आपको खाता खोलते समय या बाद में सुविधा के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। आपको अपने इंटरनेट बैंकिंग अकाउंट में लॉग इन करने के लिए रजिस्टर्ड Customer ID और Password का उपयोग करना होगा।

इंटरनेट बैंकिंग के फीचर्स

  • Account Statement ऑनलाइन चेक कर सकते है।
  • Fixed Deposit Account खोल सकते है।
  • पानी का बिल, बिजली बिल जैसे Utility Bills का पेमेंट कर सकते है।
  • किराने की दुकान, शॉपिंग मॉल, रेस्टोरेंट जैसे जगहों पर Merchant Payment कर सकते है।
  • किसी दूसरे व्यक्ति को Fund Transfer कर सकते है।
  • Cheque Book के लिए Apply कर सकते है।
  • सभी तरह के Insurance खरीद सकते है।
  • प्रीपेड मोबाइल/DTH इत्यादि का रिचार्ज कर सकते है।

इंटरनेट बैंकिंग के फायदे

इंटरनेट बैंकिंग से आपको होनेवाले लाभ इस प्रकार हैं:

  • Availability (उपलब्धता): आप साल भर बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। इंटरनेट बैंकिंग द्वारा दी जाने वाली अधिकांश सेवाएँ समय-प्रतिबंधित नहीं हैं, आप किसी भी समय अपने खाते की बैलेंस चेक कर सकते हैं और बैंक खुलने का इंतजार किए बिना कहीं भी फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।
  • Easy to Operate (संचालित करने में आसान): इंटरनेट/ऑनलाइन बैंकिंग द्वारा दी जाने वाली Services का इस्तेमाल करना सरल और आसान है। आज कई लोग Branch जाने की बजाय Online Transaction करना ज्यादा आसान समझते हैं।
  • Convenience (सुविधा): आपको अपने जरुरी कार्यो को छोड़कर बैंक की शाखा में लम्बी-लम्बी कतारो में खड़े होने की जरुरत नहीं है। आप जहां भी हैं, वहां से अपना लेन-देन (Transaction) पूरा कर सकते हैं। ऑनलाइन बैंकिंग का उपयोग करके Utility Bills, Recurring Deposit की किस्त और भी अन्य Transactions किया जा सकता है।
  • Time Efficient (समय की पाबंद): आप इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से कुछ ही मिनटों में किसी भी लेनदेन को पूरा कर सकते हैं। Funds को देश के भीतर किसी भी खाते में Transfer किया जा सकता है या नेटबैंकिंग के जरिये कुछ ही समय में एक Fixed Deposit अकाउंट खोला जा सकता है।
  • Activity Tracking (गतिविधियों पर नजर रखे): जब आप बैंक शाखा में लेन-देन करते हैं, तो आपको एक Acknowledgement Receipt मिलता है, संभावनाएं हैं कि आप इसे खो सकते है। इसके विपरीत, बैंक के इंटरनेट बैंकिंग पोर्टल पर आपके द्वारा किए गए सभी Transactions दर्ज किए जाते है जरूरत पड़ने पर आप इसे लेन-देन के प्रमाण के रूप में दिखा सकते हैं। Details जैसे कि भुगतानकर्ता/Payee का नाम, बैंक अकाउंट नंबर, पेमेंट की राशि/Amount, पेमेंट करने की Date और Time इत्यादि सभी Record होते है।

इंटरनेट बैंकिंग के नुकसान

  • Requirement of Internet (इंटरनेट की आवश्यकता): इंटरनेट बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करने के लिए एक निर्बाध इंटरनेट कनेक्शन सबसे जरुरी चीज है। यदि आपके पास इंटरनेट तक पहुंच नहीं है, तो आप ऑनलाइन दी जाने वाली किसी भी सुविधा का उपयोग नहीं कर सकते। इसी तरह, यदि बैंक सर्वर अपनी ओर से किसी तकनीकी समस्या/Technical Problem के कारण Down हैं, तो आप नेट बैंकिंग सेवाओं का उपयोग नहीं कर सकते।
  • Transaction Security (लेन-देन की सुरक्षा): सुरक्षित नेटवर्क प्रदान करने के लिए बैंक चाहे कितनी भी सावधानी बरतें, ऑनलाइन बैंकिंग लेनदेन अभी भी हैकर्स के लिए अतिसंवेदनशील हैं। उपयोगकर्ता डेटा को सुरक्षित रखने के लिए उपयोग किए जाने वाले Advanced Encryption Methods के बावजूद, कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां लेनदेन डेटा से समझौता किया गया है। यह एक बड़े खतरे का कारण हो सकता है जैसे कि hacker’s की benefit के लिए illegal तरीके से डेटा का उपयोग करना।
  • Difficult for Beginners (शुरुआती लोगों के लिए मुश्किल): भारत में ऐसे लोग भी हैं जो इंटरनेट के पहुँच से बहुत दूर रहते हैं। उनके लिए यह समझना कि इंटरनेट बैंकिंग कैसे काम करती है, यह उनके लिए एक नया सौदा हो सकता है। इससे भी बुरी बात यह है कि कोई ऐसा नहीं है जो उन्हें समझा सके कि इंटरनेट बैंकिंग कैसे काम करती है। अनुभवहीन शुरुआती लोगों के लिए खुद यह पता लगाना बहुत मुश्किल होगा।
  • Securing Password (सुरक्षित पासवर्ड): सभी Internet Banking account में सेवाओं/Services तक पहुँचने के लिए पासवर्ड की जरुरत होती है। इसलिए, अखंडता यानि Integrity बनाए रखने में पासवर्ड एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि आपका पासवर्ड किसी दूसरे व्यक्ति को पता है, ऐसे में हो सकता है वे कुछ धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। आपके द्वारा चुने गए पासवर्ड को बैंकों द्वारा बताए गए नियमों का पालन करना चाहिए, जैसे आपके पासवर्ड में CAPITAL LETTER, small letter, Special Letters (@_%$#!&) इत्यादि का होना बहुत जरुरी है। इतना ही नहीं पासवर्ड की चोरी से बचने के लिए आपको बार-बार पासवर्ड बदलना चाहिए जिससे बार-बार पासवर्ड को याद रखने में परेशानी हो सकती है।

निष्कर्ष

इन सब के बावजूद Internet Banking इस्तेमाल करने के फायदों को देखा जाये तो उसके सामने नुक्सान कुछ ज्यादा नहीं है। अगर आप इंटरनेट बैंकिंग के Functionality को समझ लेते है और बैंक द्वारा जारी Safety Guidelines को Follow करते है तो आप अपना अकाउंट और पैसा दोनों सुरक्षित रख सकते है।

उम्मीद करता हूँ इस पोस्ट से आपको इंटरनेट बैंकिंग के Basics की जानकारी हो गयी है, आप इंटरनेट बैंकिंग use करने के Advantages और Disadvantages जानते है अगर आप इस जानकारी से संतुष्ट है तो इस पोस्ट को दूसरो के साथ शेयर कर ज्ञान बांटे।

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